Home उत्तर प्रदेश क्या सपा सरकार में बने हज हाउस और कब्रिस्तान अच्छे थे?, राम मंदिर को बेकार बताने पर बिफरी भाजपा

क्या सपा सरकार में बने हज हाउस और कब्रिस्तान अच्छे थे?, राम मंदिर को बेकार बताने पर बिफरी भाजपा

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क्या सपा सरकार में बने हज हाउस और कब्रिस्तान अच्छे थे?, राम मंदिर को बेकार बताने पर बिफरी भाजपा

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नई दिल्ली, 7 मई (आईएएनएस)। सपा नेता रामगोपाल यादव के ‘राम मंदिर’ को बेकार बताने पर भाजपा ने बड़ा हमला बोला है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने बयान की निंदा की है।

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि इंडी गठबंधन की सहयोगी सपा के नेता रामगोपाल यादव ने राम मंदिर को ‘बेकार’ बताया है। अगर राम मंदिर बेकार है तो क्या सपा का बनवाया गया गाजियाबाद का हज हाउस, आगरा का मुगल गार्डन और उत्तर प्रदेश के हर जिले में बनवाए गए कब्रिस्तान अच्छे थे?

उन्होंने कहा कि सपा नेताओं के अनुसार कब्रिस्तान अच्छा था, लेकिन राम मंदिर बेकार है। सपा के लिए मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, अबू सलेम और छोटा शकील के लिए कुख्यात तथा अपराध को सैद्धांतिक स्वीकार्यता देने वाला उत्तर प्रदेश अच्छा था, लेकिन अयोध्या, काशी, प्रयागराज, कुशीनगर के लिए प्रख्यात और उभरता हुआ उत्तर प्रदेश बेकार है। इनके अनुसार राम नवमी के दिन कठोर वैज्ञानिक गणनाओं से हुआ सूर्य तिलक, श्रीराम मंदिर के उद्घाटन के समय एक लाख करोड़ का व्यापार और अयोध्या में बना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी बेकार है। इससे ये भी स्पष्ट हो गया है कि श्रीराम को काल्पनिक कहने से लेकर प्रभु श्रीराम और भगवान शिव में लड़ाई करवाने वाले, द्वारका में प्रधानमंत्री मोदी की ओर से भगवान श्री कृष्ण की पूजा का उपहास उड़ाने वालों के लिए सब कुछ बेकार है।

उन्होंने पूछा कि क्या इंडी गठबंधन की तमन्ना शाहबानो केस की तरह अपनी सत्ता आने पर सुप्रीम कोर्ट का आदेश पलटने और राम मंदिर पर 1949 की स्थिति लाकर उस पर ताला लगाने की है। सुधांशु त्रिवेदी ने मुसलमानों को लुभाने के लिए कांग्रेस, सपा और राजद में होड़ मचने का दावा करते हुए कहा कि इंडी गठबंधन का सत्य तो ये है कि कांग्रेस के मुस्लिम आरक्षण का राग अलापने से राजद और सपा घबरा गई है। उन्हें अपने वोट बैंक खिसकने की चिंता होने लगी है, इसीलिए लालू यादव और रामगोपाल यादव इस तरह के बयान दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस गठबंधन में किसी को अपने ईमान से मतलब नहीं है, सबको सिर्फ अपनी दुकान की चिंता है। हर दल को लग रहा है कि कट्टरपंथी मुस्लिम समुदाय ही इनकी दुकान का सामान होना चाहिए। पीएम मोदी द्वारा व्यक्त की जा रही आशंकाएं अब पूरी तरह से सत्य साबित होती दिख रही हैं। मुस्लिम आरक्षण का जिन्न इंडी गठबंधन के चिराग से बाहर निकलकर दक्षिण से गंगा के मैदान तक पहुंचकर विकराल रूप ले रहा है।

उन्होंने आगे कहा कि इंडी गठबंधन एससी, एसटी और ओबीसी का हिस्सा छीनकर सिर्फ मुस्लिम समुदाय को आरक्षण देना चाहती है। अब आरजेडी के एम वाई कॉम्बिनेशन में एम यानी मुस्लिम प्राथमिक हो गया है और वाई यानी यादव दोयम दर्जे का हो गया है।

संविधान बदलने के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि इंडी गठबंधन के नेता संविधान बदल चुके हैं, संविधान बदल रहे हैं और संविधान बदलना चाहते हैं। कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में ये संविधान बदलने का प्रयास कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश में सपा पदोन्नति में अनुसूचित जाति का आरक्षण समाप्त कर चुकी थी, जिसे भाजपा सरकार ने बहाल किया है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया इस्लामिया में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति का आरक्षण समाप्त किया जा चुका है।

उन्होंने आगे कहा कि लालू यादव के बयान ने इंडी गठबंधन के मंसूबों की सच्चाई उजागर कर दी है। इससे ये भी साफ हो गया कि कांग्रेस कर्नाटक के आरक्षण मॉडल को पूरे देश में लागू करना चाहती है। एक तरफ पीएम मोदी कहते हैं कि भाजपा द्वारा किए गए विकास कार्य तो मात्र ट्रेलर हैं, पूरी पिक्चर अभी बाकी है। दूसरी तरफ, कर्नाटक में किया गया आरक्षण इंडी गठबंधन का ट्रेलर दिखा रहा है और पूरी फिल्म ये लोग देश में दिखाना चाहते हैं।

–आईएएनएस

एसटीपी/एकेएस

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