Wednesday, October 16, 2024

हम लोग उपचुनाव में जीत दर्ज करेंगे : संजय निषाद


लखनऊ , 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने बुधवार को आईएएनएस से बातचीत के दौरान विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में एनडीए की जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि एनडीए जमीनी स्तर पर इसको लेकर तैयारी कर रही है। हम निश्चित तौर पर सफलता का झंडा इस उप-चुनाव में भी बुलंद करेंगे।

उन्होंने कहा, “हम लोग सभी 9 सीटों पर जीत हासिल करने के लिए तैयार हैं। इसके लिए हम धरातल पर काम कर रहे हैं। हमें पूरा विश्वास है कि हम लोग जीत दर्ज कर जनता का आशीर्वाद प्राप्त करने में सफल रहेंगे। हमने जमीन पर जनता के हित में काम किए हैं, जिसका फायदा हमें आगामी उपचुनाव में देखने को मिलेगा। वहीं हरियाणा की सीमा से सटी सीटों पर हमारी टीमों ने अच्छा प्रदर्शन किया और आप देखेंगे कि ओबीसी, दलित और पिछड़े वर्ग के वोटरों ने हमें समर्थन दिया है, जिससे भाजपा मजबूत हुई है।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारी रणनीति यह है कि हम बिना किसी भेदभाव के दलितों, गरीबों, महिलाओं, युवाओं और व्यापारियों के साथ खड़े रहें। इससे लोगों का विश्वास बढ़ेगा और वे हमारी ओर आकर्षित होंगे। पिछली बार हमें यह उम्मीद नहीं थी कि विपक्ष इस तरह से मुद्दों को उठाकर एक बड़ा नरेटिव सेट कर सकेगा। लेकिन, हम अपने काम के आधार पर विश्वास रखते हैं और जनता से किए गए वादों को पूरा करने में लगे रहेंगे।”

इसके अलावा, उन्होंने ईवीएम पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “ईवीएम के मुद्दे पर विपक्ष की ओर से लगातार आरोप-प्रत्यारोप की जा रही है। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि ईवीएम में कोई खराबी नहीं है। हारने वाले अपनी कमी नहीं स्वीकारते, और हमेशा ईवीएम को दोष देते हैं। ईवीएम पर सवाल उठाने वालों को जीते हुए सीट से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।”

उन्होंने नेम प्लेट विवाद पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा, “दुकानों में नेमप्लेट को लेकर विवाद भी चल रहा है। मैं पहले भी कह चुका हूं कि हर एक व्यवसायी को दूसरों के धर्मों का सम्मान करना चाहिए।”

उन्होंने जम्मू-कश्मीर का जिक्र करते हुए कहा, “अब वहां कोई भी आतंकवादी ताकतें प्रभावी नहीं रह गई हैं। यह सब कुछ एक स्वस्थ लोकतंत्र की दिशा में बढ़ने के लिए आवश्यक है। हम सबको मिलकर वहां पर शांति, समृद्धि और कानून-व्यवस्था को सुनिश्चित करना है।”

–आईएएनएस

एसएचके/जीकेटी


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