Home देश चाय की चुस्की पर संगीत की धुन, सुर्खियों में सूरत के विजय भाई का अनोखा अंदाज

चाय की चुस्की पर संगीत की धुन, सुर्खियों में सूरत के विजय भाई का अनोखा अंदाज

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चाय की चुस्की पर संगीत की धुन, सुर्खियों में सूरत के विजय भाई का अनोखा अंदाज

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सूरत, 5 जुलाई (आईएएनएस)। गुजरात के सूरत में डुमस इलाके में 60 साल के विजयभाई चाय बनाते हैं और माइक पर मधुर स्वर में पुराने गाने गाते हैं। इसे सुनने के लिए लोग घंटों खड़े रहते हैं। चाय की केतली पर लोग न सिर्फ चाय का आनंद लेते हैं, बल्कि उन्हें कड़क चाय के साथ सुरीले गाने भी सुनने को मिलते हैं।

विजय भाई चाय बनाते समय माइक पर पुराने गाने गाते रहते हैं। विजय भाई को पुराने गाने गाते हुए और कड़क चाय बनाते हुए वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

आमतौर पर चाय की केतली पर चाय बनाने वाले व्यक्ति के हाथ में चाय की पत्ती, दूध जैसी चीजें नजर आती हैं। लेकिन सालों से केतली पर चाय बना रहे विजय भाई के हाथ में इन सभी चीजों के साथ एक माइक भी नजर आ रहा है। केतली पर एक स्पीकर भी है। जिससे गाने को लोग अच्छे से सुन सकें। वह 20 साल से सूरत शहर के डुमस इलाके में चाय की केतली चला रहे हैं। लेकिन तीन सालों से वह चाय बनाते समय हाथ में माइक्रोफोन लेकर किसी पेशेवर गायक की तरह पुराने गाने गाते हुए कड़क चाय बनाते हैं। जिसे लोग देखकर हैरान हैं।

जो लोग चाय पीने आते हैं, उन्हें यहां कैफे जैसा अनुभव मिलता है। लोग इस बात से हैरान हैं कि वह इतनी उम्र में चाय बनाते समय एक पेशेवर गायक की तरह बिना सुर और लय खोए पुराने गाने कैसे गा सकते हैं और साथ में चाय भी बनाकर परोस सकते हैं। सूरत में ये काका टी हाउस के नाम से मशहूर हैं।

विजय भाई ने बताया कि उन्हें बचपन से ही संगीत में रुचि रही है। वह 20 साल से डुमस इलाके में चाय की लॉरी चला रहे हैं। उन्हें बचपन से ही गाने का शौक था। लेकिन परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण कभी इस क्षेत्र में आने के बारे में नहीं सोचा।

आमतौर पर चाय बनाते समय बिना माइक के गाना गाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लोग दुखी रहते थे और जब डुमास घूमने आए और मेरे गाने सुने तो खुश हुए। माइक पर गाना सुनने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। वडोदरा, अहमदाबाद, बारडोली, नवसारी, व्यारा सहित गुजरात के विभिन्न शहरों से लोग आते हैं। विजय ने कहा, अब मैं अपने शौक भी पूरे कर लेता हूं और इससे मेरी आमदनी भी बढ़ गई है।

–आईएएनएस

एकेएस/सीबीटी

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