Saturday, March 15, 2025

चेन्नई में 28 मार्च को टीवीके की बैठक, भाजपा-डीएमके की नीतियों की होगी कड़ी निंदा


चेन्नई, 14 मार्च (आईएएनएस)। तमिल सुपरस्टार विजय द्वारा स्थापित तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) 28 मार्च को चेन्नई में आम परिषद की बैठक आयोजित करने जा रही है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, 23 प्रस्ताव पारित होने की उम्मीद है। इनमें से कई प्रस्ताव भाजपा नीत केंद्र सरकार और तमिलनाडु में सत्तारूढ़ डीएमके सरकार की नीतियों की कड़ी आलोचना करेंगे।

हाल ही में विजय इन पार्टियों के विरोध में ज्यादा मुखर हो गए हैं और आगामी बैठक में उनकी आलोचना और भी तेज होने की उम्मीद है। महिला दिवस पर जारी किए गए एक वीडियो संदेश में उनके लहजे में बदलाव साफ दिखाई दिया, जहां उन्होंने पहली बार डीएमके सरकार की खुलकर आलोचना की जो राजनीतिक दलों के सीधे संदर्भ से बचने की उनकी पिछली रणनीति से एक महत्वपूर्ण बदलाव था।

पार्टी के भीतर इस बदलाव को काफी सराहा गया है और अब विजय से उम्मीद की जा रही है कि वह सामान्य परिषद की बैठक में अपने संबोधन में डीएमके और भाजपा दोनों पर अपने हमले तेज करेंगे।

सामान्य परिषद की बैठक के अलावा, टीवीके अपनी व्यापक राजनीतिक रणनीति के तहत जल्द ही बूथ समिति सम्मेलन आयोजित करने की भी तैयारी कर रही है।

विजय ने 2 फरवरी 2024 को आधिकारिक तौर पर टीवीके की शुरुआत की थी। टीवीके को भ्रष्टाचार और विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ एक आंदोलन के रूप में पेश किया। हालांकि उन्होंने 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया, लेकिन उन्होंने पुष्टि की है कि टीवीके 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में भाग लेगा।

साल 2024 में 22 अगस्त को विजय ने चेन्नई के पनयूर में टीवीके के मुख्यालय में पार्टी के झंडे और गीत का अनावरण किया। इसके बाद 27 अक्टूबर 2024 को विल्लुपुरम जिले के विक्रवंडी में पार्टी का उद्घाटन राजनीतिक सम्मेलन हुआ। इस कार्यक्रम में लगभग तीन लाख लोग आए, जिसके कारण विक्रवंडी और मुंडियामपक्कम में यातायात जाम की स्थिति पैदा हो गई, जिसके कारण अधिकारियों को चेन्नई-तिरुचि राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों को डायवर्ट करना पड़ा था।

विक्रवंडी सम्मेलन के दौरान विजय ने डीएमके और भाजपा दोनों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने भाजपा को अपना वैचारिक विरोधी और डीएमके को अपना राजनीतिक विरोधी बताया। उन्होंने डीएमके पर एक परिवार द्वारा संचालित पार्टी होने का आरोप लगाया जो व्यक्तिगत लाभ के लिए द्रविड़ पहचान का शोषण करती है, जबकि भाजपा की विभाजनकारी राजनीति की निंदा की।

जवाब में डीएमके ने विजय की आलोचना को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि वह अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा का समर्थन कर रहे हैं, और टीवीके को भगवा पार्टी की ‘सी टीम’ कहा।

तमिलनाडु की राजनीति में विजय का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है, खासकर तब जब उनके फैन क्लब, ‘ऑल इंडिया थलपति विजय मक्कल इयक्कम’ (एआईटीवीएमआई) ने 2021 के तमिलनाडु स्थानीय निकाय चुनावों में 169 में से 115 सीटें जीतीं। जबकि कमल हासन की मक्कल निधि माइम (एमएनएम) और सीमान की नाम तमिलर काची (एनचीके) को एक भी सीट नहीं मिली थी।

विजय ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि टीवीके केवल उन्हीं पार्टियों के साथ गठबंधन करेगी जो उनके नेतृत्व को मान्यता देती हैं। राजनीतिक विश्लेषक इस रुख को एक स्पष्ट संकेत के रूप में देखते हैं कि वह 2026 के तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में खुद को मुख्यमंत्री पद के लिए एक गंभीर दावेदार के रूप में पेश कर रहे हैं।

–आईएएनएस

पीएसके/एएस


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