Saturday, October 19, 2024

सिकंदराबाद मंदिर में विरोध प्रदर्शन हिंसक होने पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज


हैदराबाद, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। सिकंदराबाद स्थित मुथ्यालम्मा मंदिर के निकट शनिवार को तनाव बढ़ता नजर आ रहा है। क्योंकि मंदिर में हाल ही में हुई तोड़फोड़ के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों के हिंसक हो जाने के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया।

मंदिर में हाल ही में हुई तोड़फोड़ की निंदा करने के लिए कुछ दक्षिणपंथी समूहों द्वारा आहूत विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई इस घटना में कुछ पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

मंदिरों पर हमलों के विरोध में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने तेलंगाना बंद का आह्वान किया था। प्रदर्शनकारियों का एक समूह मंदिर के सामने धरने पर बैठ गया और मांग की कि हमले में शामिल व्यक्ति को उनके हवाले किया जाए।

उपद्रव तब शुरू हुआ, जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने पानी की बोतलें और पत्थर फेंके, इससे कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने जवाब में लाठीचार्ज किया। इस बीच, भाजपा ने पुलिस लाठीचार्ज की निंदा की है। इसके विधायक राजा सिंह ने मंदिर में ‘शांतिपूर्ण’ तरीके से प्रदर्शन कर रहे हिंदुओं पर किए लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।

बता दें कि 14 अक्टूबर को एक व्यक्ति मंदिर में घुस आया और मंदिर की मुख्य मूर्ति को अपवित्र कर दिया। स्थानीय लोगों ने उस व्यक्ति को पकड़ लिया, उसकी पिटाई की और बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया। दो दिन बाद, पुलिस ने आरोपी की पहचान सलमान सलीम ठाकुर उर्फ ​​सलमान के रूप में की, जो मुंबई के पास मुंब्रा का रहने वाला है। पुलिस जांच में पता चला कि 30 वर्षीय व्यक्ति इस महीने की शुरुआत में एक महीने तक चलने वाली व्यक्तित्व विकास कार्यशाला में भाग लेने के लिए हैदराबाद आया था। 14 अक्टूबर को सुबह करीब 4.30 बजे, वह मार्केट पुलिस स्टेशन की सीमा में कुम्मारगुडा स्थित श्री मुथ्यलम्मा मंदिर के गर्भगृह में घुस गया और मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया।

मार्केट पुलिस स्टेशन में धारा 333, 331(4), 196, 298 और 299 बीएनएस के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस के अनुसार, सलमान हैदराबाद में इंग्लिश हाउस अकादमी द्वारा आयोजित व्यक्तित्व विकास कार्यशाला में भाग लेने के लिए आया था, जो होटल मेट्रोपोलिस, रेजिमेंटल बाजार, सिकंदराबाद में आयोजित की गई थी। पुलिस ने पाया कि होटल परिसर को शैक्षणिक पाठ्यक्रम चलाने के लिए अवैध रूप से किराए पर लिया गया था, जिसकी कोई औपचारिक अनुमति नहीं है। पुलिस ने कहा कि इसके लिए प्रबंधन के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

–आईएएनएस

आरके/सीबीटी


Related Articles

Latest News