लखनऊ, 12 मार्च (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मॉरीशस की यात्रा के दौरान बुधवार को पवित्र गंगा तालाब के दर्शन किए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे भारत और मॉरीशस की सांस्कृतिक एकता का प्रवाह बताया है।
सीएम योगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “यह भारत और मॉरीशस की सांस्कृतिक एकात्मता का प्रवाह है। यह भारत के ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ दर्शन की आत्मीय अभिव्यक्ति है। यह दोनों देशों की ‘आस्था और विश्वास’ का समागम है। प्रधानमंत्री मोदी, आपने मॉरीशस के पवित्र गंगा तालाब में त्रिवेणी संगम का पावन जल अर्पित कर महाकुंभ-2025, प्रयागराज की एकता, बंधुत्व और समरसता के सनातन संदेश को वैश्विक पटल पर पुनः स्थापित किया है। मां गंगा, मां यमुना एवं मां सरस्वती की कृपा संपूर्ण विश्व पर बनी रहे, यही प्रार्थना है।”
प्रधानमंत्री ने हिंद महासागर द्वीपसमूह में सबसे पवित्र हिंदू तीर्थ स्थल माने जाने वाले गंगा तालाब में पूजा-अर्चना की और प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम से लाए गए पवित्र जल का विसर्जन भी किया।
उन्होंने बुधवार को एक्स पर पोस्ट किया, “मॉरीशस में पवित्र गंगा तालाब के दर्शन कर भावविभोर हो गया। इसकी पावन जलधारा के किनारे दोनों देशों के बीच के आध्यात्मिक संबंधों को आसानी से महसूस किया जा सकता है। यह सीमाओं से परे है और हमारी कई पीढ़ियों को उनकी जड़ों से जोड़ता है।”
गंगा तालाब, जिसे मॉरीशस में ग्रैंड बेसिन के नाम से भी जाना जाता है, एक क्रेटर झील है, जो समुद्र तल से लगभग 550 मीटर ऊपर है। यह सावेन के पहाड़ी दक्षिण-पश्चिमी जिले में स्थित है। इसके तट पर मंदिर भी स्थित है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में दूसरी बार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। समारोह के दौरान उन्हें मॉरीशस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम में भाग लेने के बाद एक्स पर लिखा, “मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल होकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मॉरीशस के लोगों को निरंतर समृद्धि और सफलता की शुभकामनाएं देता हूं, साथ ही हम अपने देशों के बीच गहरे संबंधों को भी मजबूत करते हैं।”
यह दूसरी बार है जब पीएम मोदी मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में शामिल हुए। वह इससे पहले 2015 में इस समारोह में शामिल हो चुके हैं।
–आईएएनएस
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