कीव, 17 मार्च (आईएएनएस)। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने लेफ्टिनेंट जनरल अनातोली बारहिलेविच की जगह मेजर जनरल एंड्री ह्नातोव को यूक्रेनी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ का प्रमुख नियुक्त किया है।
राष्ट्रपति की वेबसाइट पर बारहिलेविच की बर्खास्तगी और ह्नातोव की नियुक्ति के कारणों को स्पष्ट नहीं किया गया है।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव ने फेसबुक पर लिखा कि सशस्त्र बलों में फेरबदल का उद्देश्य उनकी युद्ध कौशल को बढ़ाना है।
उमेरोव ने एक फेसबुक पोस्ट में पदोन्नति की सराहना करते हुए कहा, “हम यूक्रेन के सशस्त्र बलों को उनका युद्ध कौशल बढ़ाने के लिए व्यवस्थित रूप से बदल रहे हैं।”
उमेरोव ने उल्लेख किया कि ह्नातोव के पास 27 वर्षों से अधिक का सैन्य अनुभव है, उन्होंने पहले एक समुद्री ब्रिगेड, ऑपरेशनल कमांड ईस्ट के सैनिकों और यूक्रेनी सशस्त्र बलों के संयुक्त बलों की कमान संभाली है।
यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, बारहिलेविच को सैन्य मानकों के अनुपालन को सुनिश्चित करने और सशस्त्र बलों के भीतर अनुशासन को मजबूत करने के मिशन के साथ मंत्रालय का मुख्य निरीक्षक नियुक्त किया गया है।
बारहिलेविच ने फरवरी 2024 में यूक्रेनी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ के प्रमुख के रूप में कार्य करना शुरू किया।
रूस के साथ युद्ध के तीन साल से अधिक समय बाद, यूक्रेन धीरे-धीरे कई मोर्चों पर पीछे हट रहा है, क्योंकि वहां जनशक्ति की कमी है। कीव सेना को आधुनिक बनाने की कोशिश कर रहा है, ताकि कमांड संस्कृति और संसाधन प्रबंधन जैसे लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों को हल किया जा सके।
नाटो भागीदारों के अनुभव का लाभ उठाते हुए, यूक्रेन वर्तमान में सामंजस्य में सुधार के प्रयास में ब्रिगेड के बजाय कोर सिस्टम को लागू करने की कोशिश कर रहा है।
उमरोव ने उसी फेसबुक पोस्ट में लिखा “परिवर्तन जारी है।”
सैन्य विश्लेषकों का अनुमान है कि वर्तमान में लगभग 880,000 लोग यूक्रेनी सशस्त्र बलों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
युद्धकालीन चुनौतियों के बावजूद, देश ने सोवियत विरासत को त्यागने और अपनी सेना को अधिक कुशल बनाने के लिए परिवर्तन लागू किए हैं, युद्ध के अनुभव वाले युवा कमांडरों को नियुक्त किया है और नवाचारों का समर्थन किया है। पिछले साल यूक्रेन ने एक समर्पित मानव रहित प्रणाली बल की शुरुआत की थी।
इस वर्ष की शुरुआत में, यूक्रेनी सैन्य अधिकारियों ने कहा था कि देश अपनी ब्रिगेड आधारित प्रणाली से हटकर बड़ी इकाइयों की “कोर” प्रणाली की ओर बढ़ेगा, जिसका उद्देश्य 1,000 किलोमीटर से अधिक सीमावर्ती क्षेत्र में फैले अपने बलों के बीच समन्वय में सुधार करना और निर्णय लेने की प्रक्रिया में तेजी लाना है।
–आईएएनएस
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