Tuesday, March 18, 2025

इटली की स्पेशल ओलंपिक विंटर खेल में पदक जीतने वाले भारतीय खिलाड़ी सम्मानित


नई दिल्ली, 18 मार्च (आईएएनएस)। इटली में हुए स्पेशल ओलंपिक विंटर खेल में भारत की तरफ से 30 खिलाड़ियों ने प्रतिनिधित्व किया था। इस टूर्नामेंट में भारत ने कुल 33 मेडल जीते थे। मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को सोमवार को दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में सम्मानित किया गया।

स्पेशल ओलंपिक भारत की चेयरमैन मल्लिका नड्डा ने कहा, “स्पेशल ओलंपिक में भारत के खिलाड़ियों ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन किया है। हम सब गौरव महसूस कर रहे हैं। स्पेशल ओलंपिक में भाग लेने वाले भारत के 30 खिलाड़ियों ने कुल 33 मेडल प्राप्त किया। आठ गोल्ड मेडल 18 सिल्वर मेडल 7 ब्रॉन्ज मेडल जीतकर सभी ने देश का नाम ऊंचा किया है। टूर्नामेंट में 102 देशों ने भाग लिया था, जिसमें भारत का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है और हमें उम्मीद है कि आगे आने वाले समय में भारत ऐसे खेलों में बढ़-कर कर भाग लेगा।”

खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने कहा, “खिलाड़ियों ने इटली के विंटर गेम में अच्छा प्रदर्शन किया है और हमारे देश के लिए मेडल लेकर आए हैं। सभी एथलीट्स हमारे देश के लिए आदर्श है। समाज में एक वर्ग ऐसा भी है जिसे देखने का नजरिया लोगों का अलग था, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत के जरिए अपने परिवार का मान-सम्मान बढ़ाया है और देश का नाम आगे बढ़ाया है। हमारे एथलीट्स को सरकार की तरफ से जो सहायता मिलेगी, उसे देंगे। खिलाड़ियों की मदद के पूरी तरह से भारत सरकार आगे है।”

बता दें कि कार्यक्रम में स्पेशल ओलंपिक भारत की अध्यक्ष डॉक्टर मल्लिका नड्डा, केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे और खेल मंत्रालय से जुड़े हुए अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान इन लोगों ने स्पेशल ओलंपिक विंटर खेल में इटली में जाकर भारत का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामनाएं कि उन्हें चेक भी दिए गए।

बता दें कि स्पेशल ओलंपिक्स भारत खेल एवं युवा मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त बौद्धिक और दिव्यांग खिलाड़ियों के विकास के लिए एक राष्ट्रीय खेल महासंघ है। जिसे पूरे भारत में खेल और विकास कार्यक्रम संचालित करने के लिए स्पेशल ओलंपिक्स इंटरनेशनल समिति द्वारा मान्यता प्राप्त है। स्पेशल ओलंपिक एक वैश्विक समावेशन आंदोलन है, जो बौद्धिक दिव्यांगता वाले लोगों के खिलाफ भेदभाव को समाप्त करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए दुनिया भर में हर दिन खेल, स्वास्थ्य, शिक्षा और नेतृत्व कार्यक्रमों का उपयोग करता है।

–आईएएनएस

एससीएच/सीबीटी


Related Articles

Latest News