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नई दिल्ली, 15 नवंबर (आईएएनएस)। भारत में जन्में न्यूयॉर्क शहर के फिल्म निर्देशक जयेश जैदका ने अपनी नवीनतम लघु फिल्म ‘प्रीत’ के लिए फिल्म महोत्सव का दौर पूरा कर लिया है, उन्होंने डांस विद फिल्म्स एलए जैसे 11 फिल्म समारोहों की यात्रा की है।
जिनमें न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल, बिग एप्पल फिल्म फेस्टिवल, एलए डायवर्सिटी फिल्म फेस्टिवल, शिकागो साउथ एशियन फिल्म फेस्टिवल और सोहो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल जैसे कुछ नाम शामिल हैं।
लघु फिल्म ने ह्यूस्टन के भारतीय फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ लघु फिल्म का पुरस्कार जीता और दर्शकों का काफी ध्यान आकर्षित किया।
फॉक्स न्यूज को दिए अपने साक्षात्कार में उन्होंने खुलासा किया कि लघु फिल्म एक फीचर फिल्म की अवधारणा का प्रमाण है, जिस पर पिछले तीन वर्षों से काम चल रहा है।
अमेरिका में पहली पीढ़ी के अप्रवासी के रूप में जयेश ने पांच वर्षों में बहुत कुछ हासिल किया है। टेली पुरस्कार विजेता गोथम फिल्म और टेलीविजन संस्थान के पूर्व छात्र हैं। वह महामारी का केंद्र बनने से कुछ ही दिन पहले 2020 में न्यूयॉर्क चले गए।
वह वर्तमान में अपनी प्रोडक्शन कंपनी द पिलोटॉक प्रोडक्शंस का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसने डिज्नी प्लस हॉटस्टार और शॉर्ट्स टीवी जैसे स्ट्रीमिंग नेटवर्क के साथ वितरण सौदों के साथ अपने निर्देशन के लिए 18 से अधिक पुरस्कार और 50 से अधिक फिल्म फेस्टिवल स्क्रीनिंग हासिल की है।
जैदका ने आईएएनएस को फोन पर बताया कि वह अपनी पहली निर्देशित फीचर फिल्म ‘प्रीत’ के लिए दो सबसे बड़ी फिल्म और टीवी उद्योगों, हॉलीवुड और भारतीय फिल्म उद्योग को एक साथ लाने की योजना बना रहे हैं, जो एक दक्षिण एशियाई सस्पेंस थ्रिलर है, जो जीवन के बारे में बात करती है।
भारत की एक घरेलू दुर्व्यवहार से पीड़ित प्रीत, जो बेहतर जीवन के लिए न्यूयॉर्क शहर चली जाती है, लेकिन जब देश में उसका एकमात्र दोस्त लापता हो जाता है, तो प्रीत खुद को दुनिया के सबसे गहरे रहस्यों को उजागर करती हुई पाती है।
उनके लिए ‘प्रीत’ एक ऐसा अनुभव है जो शारीरिक पहलू से परे एक गहरे मनोवैज्ञानिक आघात को दर्शाता है जो अक्सर किसी का ध्यान नहीं जाने वाली मानसिक उथल-पुथल को उजागर करता है।
‘प्रीत’ की शुरुआत 2020 में हुई जब जयेश ने यूनिसेफ के लिए काम किया। उस दौरान कोविड-19 के कारण महिलाओं के खिलाफ लिंग आधारित हिंसा तेजी से बढ़ी।
‘प्रीत’ ने अब स्क्रिप्टिंग पूरी कर ली है। भारत और अमेरिका दोनों में कई निर्माताओं ने इसमें रुचि दिखाई है, लेकिन जयेश इस प्रकृति के संवेदनशील विषय से निपटने के लिए सही साथी ढूंढने के लिए धैर्यवान बने हुए हैं।
अगले कुछ महीनों में वह टीवी पायलट ‘ऑनर टू द फादर’ का निर्देशन करेंगे और अपनी कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए विज्ञापनों और ब्रांड वीडियो की दुनिया में प्रवेश करते हुए एक नॉर्वेजियन कंपनी के लिए एक खाद्य वृत्तचित्र का निर्देशन और शूटिंग करेंगे।
उन्होंने अपने शो, ‘हाईब्रेड’ को पुनर्जीवित करने की भी योजना बनाई है, एक पायलट शो, जिसने उन्हें 16 पुरस्कारों और 35 फिल्म फेस्टिवल स्क्रीनिंग के साथ यूएस फिल्म फेस्टिवल सर्किट में बड़ी सफलता दिलाई थी, लेकिन कोविड -19 के कारण इसे बंद कर दिया गया था।
–आईएएनएस
एमकेएस
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