Thursday, October 17, 2024

ईईटी फ्यूल्स ने नरेश नैय्यर को निदेशक नियुक्त किया


स्टेनलो (ब्रिटेन), 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। ईईटी फ्यूल्स के नाम से कारोबार करने वाली एस्सार ऑयल (यूके) ने नरेश नैय्यर को गैर-कार्यकारी निदेशक के तौर पर एक बार फिर कंपनी के निदेशकमंडल में शामिल किया है।

उनकी नियुक्ति पर 2 अक्टूबर 2024 को सहमति बनी।

अरबों डॉलर की परियोजनाओं के संचालन और बदलाव के शिल्पकार के रूप में ख्याति प्राप्त नैय्यर तेल एवं गैस बाजार के विकास के एक अनुभवी विशेषज्ञ हैं। अपने करियर के दौरान नैय्यर एस्सार ऑयल लिमिटेड (तब भारत की दूसरी सबसे बड़ी निजी तेल कंपनी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक, तथा एस्सार एनर्जी पीएलसी यूके (तब एक एफटीएसई 100 ऊर्जा कंपनी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा चुके हैं।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी और कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में एस्सार ऑयल यूके लिमिटेड यूके का नेतृत्व करते हुए नैय्यर ने एक प्रमुख तेल शोधन और विपणन कंपनी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी पिछली भूमिकाओं में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड में निदेशक (योजना और व्यवसाय विकास), ओएनजीसी मित्तल एनर्जी लिमिटेड यूके के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और वैश्विक स्तर पर उल्लेखनीय ऊर्जा कंपनियों में गैर-स्वतंत्र निदेशक की भूमिकाएं भी शामिल हैं।

पेशे से एक चार्टर्ड अकाउंटेंट और प्रतिष्ठित भारतीय प्रबंधन संस्थान (अहमदाबाद) के पूर्व छात्र नैय्यर का उद्योग कौशल विशेष शिक्षा से और निखरा है, जिसमें अमेरिका के डलास स्थित टेक्सास विश्वविद्यालय से तेल एवं गैस में उन्नत वित्तीय प्रबंधन कार्यक्रम भी शामिल है।

ईईटी फ्यूल्स के अध्यक्ष प्रशांत रुइया ने कहा : “हमारे व्यवसाय के लिए इस महत्वपूर्ण समय में ईईटी फ्यूल्स में नरेश का स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है। हम उत्सर्जन में 95 प्रतिशत की कटौती के साथ स्टेनलो को दुनिया की पहली डीकार्बोनाइज्ड प्रोसेस रिफाइनरी बनाने की राह पर हैं और मैं इस महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए नरेश के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं।”

ईईटी फ्यूल्स के गैर-कार्यकारी निदेशक, नैय्यर ने कहा : “ईईटी फ्यूल्स में वापस आना और कंपनी को चलाने में मदद करना बहुत अच्छा है क्योंकि हम ब्रिटेन में एक अग्रणी ऊर्जा संक्रमण केंद्र बना रहे हैं। मैं कंपनी के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं क्योंकि हम औद्योगिक डीकार्बोनाइजेशन के लिए एक वैश्विक बेंचमार्क स्थापित कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं कि ब्रिटेन के जलवायु परिवर्तन लक्ष्यों और बढ़ी हुई ऊर्जा सुरक्षा को पूरा करते हुए ईंधन के लिए एक मजबूत, सुरक्षित विनिर्माण आधार बनाए रखें।”

–आईएएनएस

एकेजे/


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