बलिया, 8 नवंबर (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर में नई सरकार बनने के बाद आए दिन आतंकी घटनाएं हो रही हैं। केंद्र शासित प्रदेश के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार को एक आतंकी हमले में ग्राम रक्षा समिति के दो सदस्यों की हत्या कर दी गई। उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह ने शुक्रवार को कहा कि घटना के दोषी लोगों पर सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी।
दया शंकर सिंह ने कहा, “एक दशक के बाद जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र बहाल हुआ है। शांतिपूर्ण मतदान हुआ। वहां की जनता विकास चाहती है। लेकिन, कुछ ऐसे तत्व हैं जो वहां की शांति-व्यवस्था खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। इन घटनाओं के पीछे जो भी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आर्टिकल 370 को लेकर विधायकों में धक्का-मुक्की हुई। इस पर जब उनसे प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में तेजी से विकास हुआ है और इसे जनता ने स्वीकार किया है। लंबे समय बाद वहां शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न हुए हैं। लेकिन, कुछ तत्व नहीं चाहते हैं कि वहां विकास हो, जबकि जनता विकास चाहती है। वहां के लोग रोजगार चाहते हैं। पर्यटन को फिर से बढ़ावा मिल रहा है। हालांकि उन्होंने जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अंदर हो रही घटनाओं पर टिप्पणी से इनकार कर दिया।
उत्तराखंड के मदरसों में संस्कृत की पढ़ाई अनिवार्य कर दी गई है। उत्तर प्रदेश में भी इसे लागू करने की योजना है। इस संबंध में परिवहन मंत्री ने कहा, “संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है। जहां सभी भाषाएं समाप्त हो जाती हैं, वहां संस्कृत भाषा का प्रयोग किया जाता है। दुनिया इसके महत्व को समझ रही है। संस्कृत को हर जगह बढ़ावा मिलना चाहिए।”
‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के विचार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने समर्थन नहीं दिया है। इस पर दया शंकर सिंह ने कहा है कि परिवार और समाज में बिखरे रहेंगे तो कमजोर रहेंगे। एकजुट रहेंगे तो मजबूत रहेंगे। हमें एकजुट रहना चाहिए। इसी में देश और समाज की भलाई है।
–आईएएनएस
डीकेएम/एकेजे