लखनऊ, 7 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को छठ पूजा के मौके पर लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान पहुंचे और पूजा की रस्में निभाईं। इस मौके पर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए उन्होंने उन पर “कश्मीर को आतंकवाद का वेयर हाउस” बनाने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए समाप्त कर घाटी में “आतंकवाद के ताबूत में अंतिम कील ठोकने” का काम किया।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में अनुच्छेद 370 और 35ए की पुनर्बहाली का प्रस्ताव देश को आतंकवाद में झोंकने की कोशिश है। उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश की उमर अब्दुल्ला सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि राष्ट्रीय एकता को खंडित करने की कोशिशों से वे बाज आएं।
उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार के प्रयासों को “कांग्रेस के मौन समर्थन” की निंदा की। सीएम योगी ने कहा कि विघटनकारी कोशिशों को देश कभी स्वीकार नहीं करेगा। यह नया भारत किसी को नुकसान नहीं पहुंचाएगा। यदि “कोई छेड़ेगा तो हम छोड़ेंगे भी नहीं”। भारत अपने राष्ट्र और अस्मिता के लिए कड़े से कड़े कदम उठाएगा।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में कांग्रेस के समय में संविधान में बाबा साहेब अंबेडकर के न चाहते हुए भी अनुच्छेद 370 जोड़ा गया। यह प्रावधान अस्थायी था, लेकिन कोई भी सरकार इसे हटाने की हिम्मत नहीं कर पाई। भाजपा की सरकार ने हटाया। 140 करोड़ भारतवासी हर हाल में भारत की अखंडता-एकता के पक्षधर हैं। यदि कोई खिलवाड़ करेगा तो भारतवासी मुंहतोड़ जवाब देंगे। मैं कांग्रेस को यही कहूंगा कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में पास प्रस्ताव के खिलाफ बोलें, वरना उसका वही हाल होगा जो अनुच्छेद 370 और 35ए का हुआ है।
मुख्यमंत्री योगी ने भोजपुरी में कहा, “छठ पूजा मा आयके हमरा बड़ा आनंद महसूस हो रहल बा। छठी मइया की कृपा आप सबके ऊपर बनल रहे। जीवन खुशहाल रहे। परिवार खातिर कठिन व्रत रखने वाली माता-बहन के हमार तरफ से विशेष मंगल कामना। पूरी दुनिया में हजारों भाषा अउर बोली बा। लेकिन भारत की संस्कृति के अलगे स्थान बा। वही मा भोजपुरी भाषा, भोजपुरी संस्कृति दुनिया में आपन अलग मिठास अउर सुगंध के कारण अलग पहचान बनवले बा।”
उन्होंने कहा कि लखनऊ में अखिल भारतीय भोजपुरी समाज का यह 40वां छठ आयोजन है। साल 1984 से लक्ष्मण मेला मैदान में यह आयोजन होता आ रहा है। अब तो यह न केवल भोजपुरी समाज का, बल्कि अखिल भारतीय समाज का उत्सव बन गया है।
–आईएएनएस
विकेटी/एबीएम/एकेजे