बीजिंग, 27 मार्च (आईएएनएस)। कोलकाता स्थित चीनी महावाणिज्य दूतावास ने लोगों के बीच आदान-प्रदान विषय पर एक मीडिया ब्रीफिंग आयोजित की।
महावाणिज्य दूत शू वेई ने रवींद्रनाथ टैगोर की चीन यात्रा की 100वीं वर्षगांठ और पूर्वी तथा पूर्वोत्तर भारत के मैत्रीपूर्ण लोगों की चीन यात्रा के उपलक्ष्य में 2024 से महावाणिज्य दूतावास द्वारा आयोजित गतिविधियों का परिचय दिया, साथ ही इस वर्ष की पहली छमाही में द्विपक्षीय मानवीय आदान-प्रदान गतिविधियों की व्यवस्था की भी जानकारी दी।
उन्होंने चीन के “दो सत्रों” की मुख्य भावना को भी बढ़ावा दिया तथा इस वर्ष चीन में आयोजित होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन और वैश्विक महिला शिखर सम्मेलन जैसे महत्वपूर्ण घरेलू राजनयिक कार्यक्रमों का परिचय भी दिया।
महावाणिज्य दूत शू वेई ने कहा कि लोगों के बीच आपसी संपर्क और सांस्कृतिक आदान-प्रदान ने चीन-भारत द्विपक्षीय संबंधों के स्वस्थ और स्थिर विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस वर्ष 1 अप्रैल को चीन और भारत के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ होगी। महावाणिज्य दूतावास राजनयिक संबंधों की स्थापना के लिए एक स्वागत समारोह का आयोजन करेगा तथा टैगोर की चीन यात्रा की 100वीं वर्षगांठ मनाने के लिए भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के साथ मिलकर एक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन करेगा।
सम्मेलन में भाग लेने के लिए लगभग 20 चीनी विद्वान और कलाकार भारत आएंगे। यह 2019 के बाद से भारत में आयोजित सबसे बड़ा चीन-भारत सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम होगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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