चेन्नई, 8 नवंबर (आईएएनएस)। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) अपनी ग्यारह साल की यात्रा में शनिवार को एक मील का पत्थर छुएगी, जब 1000वां आईएसएल मैच 9 नवंबर को शाम 5:00 बजे जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में मुम्बई सिटी एफसी और चेन्नइयन एफसी के बीच खेला जाएगा। अब तक 998 मैचों में 2791 गोल किए गए हैं और इस दौरान 10 फाइनल, छह अलग-अलग प्लेऑफ विजेताओं और चार अलग-अलग लीग शील्ड विजेताओं को फुटबॉल प्रेमियों ने देखा है।
भारतीय फुटबॉल में असर डालने वाली आईएसएल की शुरुआत 12 अक्टूबर, 2014 को हुई थी, जब उद्घाटन मुकाबले में मुम्बई सिटी एफसी को एटीके ने 3-0 से हराया था।
आईएसएल का पहला गोल साल 2014 में एटीके के फिकरू टेफेरा ने दागा था और इसके तुरंत बाद बलवंत सिंह पहले भारतीय स्कोरर बने। लीग की पहली हैट्रिक 2014 में आंद्रे मोरित्ज़ ने बनाई और 2015 में सुनील छेत्री हैट्रिक लगाने वाले पहले भारतीय बने थे। रोमियो फर्नांडीस ने 100वां, डेनिलो सेज़ारियो ने 500वां और डेविड विलियम्स ने 1000वां गोल किया। सुनील छेत्री ने 2024 में 64 आईएसएल गोल के साथ टॉप स्कोरर सूची में बार्थोलोम्यू ओगबेचे को पीछे छोड़ दिया। एफसी गोवा 2023 में 300 गोल करने वाली पहली टीम बनी।
चेन्नइयन एफसी का अभियान
ज्यादा अंक: मरीना मचांस ने सीजन 2024-25 में सात मैचों में 11 अंक बटोरे हैं, जो उनके पिछले सात सीजनों में इतने मैचों के बाद सबसे अधिक हैं। उन्होंने सीजन 2017-18 में सात मैचों में 13 अंक जीते थे, जो पिछला सर्वश्रेष्ठ है।
आइलैंडर्स के खिलाफ खराब रिकॉर्ड: चेन्नइयन एफसी ने आइलैंडर्स के खिलाफ अपने पिछले छह मैच हारे हैं।
मुम्बई सिटी का शानदार प्रदर्शन
अवे गोल-स्कोरर: आइलैंडर्स ने अपने 11 अवे मैचों में लगातार गोल किए हैं। उन्होंने उनमें से नौ मैचों में एक से ज्यादा गोल दागे। लिहाजा, चेन्नइयन एफसी की डिफेंस को सावधान रहना होगा, क्योंकि उसने अब तक 11 गोल खाए हैं।
बॉक्स के अंदर आक्रामकता: चेन्नइयन एफसी ने आईएसएल 2024-25 में प्रति मैच बॉक्स के अंदर से औसतन 11.1 शॉट लगाए हैं और वो हर मैच में 10 से अधिक ऐसे शॉट लगाने वाली एकमात्र टीम है। मरीना मचांस 18-यार्ड बॉक्स के अंदर से 78 शॉट जमा चुके हैं, जिनमें 15 गोल हुए हैं।
आमने-सामने
आईएसएल में दोनों टीमें 20 बार भिड़ी हैं, जिसमें मुम्बई सिटी और चेन्नइयन एफसी ने क्रमशः 11 और छह मैच जीते हैं। तीन मुकाबले ड्रा रहे हैं।
कोच कॉर्नर
चेन्नइयन एफसी के स्कॉटिश कोच ओवेन कॉयल ने कहा कि उनका काम नतीजों की परवाह किए बिना टीम के भीतर संतुलन बनाए रखना है। उन्होंने कहा, “मैच शुरू होने के बाद पिछले रिकॉर्ड मायने नहीं रखते। यह दो बहुत अच्छी टीमों के बीच कठिन मुकाबला है, जिसे जीतने के लिए पूरी ताकत लगाएंगी। यह फुटबॉल का खेल है, आप जीतेंगे, हारेंगे, ड्रा भी खेलेंगे और बतौर कोच हम चीजें संतुलित करने के लिए हैं।”
1000वें मैच के अवसर पर, मुम्बई सिटी एफसी के चेक हेड कोच पीटर क्रेटकी ने माना कि आईएसएल में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है और वह अपनी टीम के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा, “आईएसएल में टीमें हर साल, हर हफ़्ते बेहतर होती जा रही हैं। हमारे पास नए खिलाड़ी और नया स्टाफ हैं लेकिन अब तक मैं टीम की प्रगति देखकर बहुत खुश हूं।”
–आईएएनएस
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