Wednesday, September 18, 2024

दहेज की मांग को लेकर मंगेतर के आत्महत्या करने के बाद केरल का डॉक्टर गिरफ्तार


तिरुवनंतपुरम, 7 दिसंबर (आईएएनएस)। दहेज की मांग के कारण अपनी शादी टूटने की कगार पर पहुंचने के बाद 26 वर्षीय एक महिला डॉक्टर के कथित तौर पर आत्महत्या कर लेने के कुछ दिनों बाद केरल पुलिस ने गुरुवार को उसके मंगेतर को गिरफ्तार कर लिया।

पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल छात्र डॉ. रूवैस को बुधवार देर रात कोल्लम के पास हिरासत में ले लिया गया।

इससे पहले केरल राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष पी. सतीदेवी ने कहा कि अगर दहेज की मांग के कारण शहाना की मौत के आरोप सही पाए गए तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

केरल मेडिकल पोस्ट ग्रेजुएट एसोसिएशन (केएमपीजीए) के प्रमुख डॉ. रुवैस उस समय मुसीबत में पड़ गए जब यह खबर सामने आई कि दोनों परिवार शहाना और रुवैस की शादी कराने के लिए सहमत हो गए थे, लेकिन रिश्ते में तब दरार आ गई जब डॉक्टर और उनके परिवार ने दहेज में एक बड़ी रकम की मांग की।

रुवैस को बुधवार रात केएमपीजीए के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया।

शहाना के भाई ने आज सुबह कहा कि दहेज की मांग के बाद उसकी बहन सदमे में थी।

कई दिनो तक शहाना यह सोचकर सदमे में थी कि दहेज की मांग के कारण शादी रद्द हो सकती है और वह अपने काम पर लौटने से पहले घर पर ही रहती थी।

वह सोमवार रात ड्यूटी पर नहीं आई थी और मंगलवार सुबह अस्पताल के पास अपने अपार्टमेंट में मृत पाई गईं।

पुलिस को एक सुसाइड नोट बरामद होने से यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि आत्महत्या का कारण दहेज है।

सुसाइड नोट में एक जगह उसने लिखा, “हर कोई पैसा चाहता है, पैसा हर चीज़ पर जीत हासिल करता है…।”

केएमपीजीए के सचिव डॉ. निधिन ने कहा कि वे अपने दिवंगत सहकर्मी के परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं और उन्होंने इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की।

उन्होंने कहा, “मामले से जुड़ी जो भी जानकारी सामने आई है, वह एक व्यक्तिगत मामला है। हम शहाना के परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं। रुवैस को पद से हटा दिया गया है ताकि एक स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच हो सके। हम जनता की भावना का सम्मान करते हैं।”

संयोग से, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने युवा डॉक्टर शहाना की आत्महत्या पर विस्तृत विभागीय रिपोर्ट मांगी है।

इस बीच, घटना की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने आश्चर्य जताया कि खासकर डॉक्टरों के बीच ऐसा कैसे हो सकता है।

विजयन ने कहा, “ऐसे परिदृश्य में, लड़कियों को दूल्हे और उसके परिवार को बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए और शादी तोड़ देनी चाहिए। सरकार इस मामले को बहुत गंभीरता से ले रही है।”

–आईएएनएस

एकेजे


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