नई दिल्ली, 26 अगस्त (आईएएनएस)। पाकिस्तान में बिजली को लेकर राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन और बड़े पैमाने पर बिजली बिलों के खिलाफ हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड होने के बाद पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने रविवार को बिजली दरों पर चर्चा के लिए एक “आपातकालीन बैठक” बुलाई।
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने बिजली दरों और उपभोक्ताओं के बिलों पर इस्लामाबाद में ऊर्जा मंत्रालय और बिजली वितरण कंपनियों को इस संबंध में विस्तृत जानकारी देने के निर्देश के साथ बैठक बुलाई।
इसमें कहा गया है कि आम जनता और व्यापारियों के संघों ने बढ़ते बिजली बिलों और भारी करों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। विभिन्न शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं और सरकार को अंततः इस मुद्दे पर ध्यान देने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
इससे पहले कराची में एक विरोध-प्रदर्शन, जिसे जमात-ए-इस्लामी (जेआई) ने भी समर्थन दिया था, ने लगातार बढ़ती बिजली की कीमतों और बिजली बिलों के माध्यम से लगाए गए अतिरिक्त करों में कमी की मांग की।
इस अवसर पर बोलते हुए व्यापार नेताओं और जेआई के प्रतिनिधियों ने अपनी चिंताएँ व्यक्त कीं। एक व्यापार नेता ने कहा, “हम के-इलेक्ट्रिक द्वारा हमारे बिजली बिलों में वसूले जा रहे अत्यधिक शुल्क को खारिज करते हैं।” उन्होंने कहा कि जेआई हमेशा जनता की समस्याओं को उठाता है।
मीडिया आउटलेट की रिपोर्ट के अनुसार, रावलपिंडी में अतिरिक्त बिजली शुल्क के खिलाफ एक प्रदर्शन हुआ, जिसमें नागरिकों ने इस्लामाबाद इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी के खिलाफ नारे लगाए।
इसके अलावा, बढ़े हुए बिजली बिलों के खिलाफ लाहौर, अटक, पेशावर, क्वेटा, तौंसा, हैदराबाद, नवाबशाह, रहीम यार खान और मुल्तान में भी विरोध-प्रदर्शन हुये जिनमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
–आईएएनएस
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