नई दिल्ली, 14 मार्च (आईएएनएस)। एलन मस्क के नेतृत्व वाली ऑटो कंपनी टेस्ला ने भारत में अपनी दो इलेक्ट्रिक कारों के सर्टिफिकेशन और होमोलॉगेशन के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो देश में बेचे जाने से पहले सभी वाहनों के लिए एक अनिवार्य प्रक्रिया है।
इंडस्ट्री के सूत्रों के अनुसार, टेस्ला इंडिया मोटर और एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड (टेस्ला की भारतीय इकाई) ने भारत में मॉडल वाई और मॉडल 3 कारों के होमोलॉगेशन के लिए दो नए आवेदन जमा किए हैं।
ऑटो सेक्टर में होमोलॉगेशन को एक अहम प्रक्रिया माना जाता है, जिसमें यह प्रमाणित किया जाता है कि वाहन सड़क पर चलने लायक है और भारत में निर्मित या देश में आयातित सभी वाहनों के लिए निर्धारित मानदंडों को पूरा करता है।
परीक्षण यह सुनिश्चित करते हैं कि वाहन केंद्रीय मोटर वाहन नियमों के अनुसार उत्सर्जन और सुरक्षा के मामले में भारतीय बाजार की आवश्यकताओं से मेल खाता है।
कंपनी ने इससे पहले भारत में होमोलॉगेशन के लिए सात आवेदन जमा किए थे जो कि कारों की टेस्टिंग के लिए थे। आठवें आवेदन को हाल ही में मंजूरी दी गई थी।
यह खबर ऐसे समय पर आई है, जब अमेरिका और भारत, दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने के लिए फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर बातचीत कर रहे हैं।
चीन में अमेरिकी कंपनियों पर सख्त होते प्रतिबंधों के कारण मस्क दुनिया के तीसरे सबसे बड़े कार बाजार भारत में एंट्री करना चाहते हैं।
वहीं, भारत सरकार चाहती है कि मस्क स्थानीय बाजार में टेस्ला बचने के लिए भारत में एक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करें। वहीं, मस्क शुरुआत में भारत में आयात करके गाड़ियों की बिक्री करना चाहते हैं।
भारत में इलेक्ट्रिक कार की बिक्री 20 प्रतिशत बढ़कर 2024 में 99,165 इकाई हो गई, जो 2023 में 82,688 इकाई थी। टाटा मोटर्स और जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर्स वर्तमान में शीर्ष इलेक्ट्रिक कार कंपनियां हैं।
इसके अलावा, इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेगमेंट में मजबूत वृद्धि दर्ज की गई, 2024 में 1.13 मिलियन यूनिट्स की बिक्री हुई थी, जो 2023 में 8,60,000 यूनिट्स से अधिक थी।
ऑटो बाजार में ईवी की हिस्सेदारी 2023 में 6.39 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 7.46 प्रतिशत हो गई है।
–आईएएनएस
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