शिमला, 21 नवंबर (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की ओर से पर्यटन निगम के 18 होटलों को बंद करने के आदेश दिए जाने के बाद प्रदेश की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप बढ़ गया है।
भाजपा लगातार कांग्रेस सरकार पर इन होटलों को अपने मित्रों को देने के आरोप लगा रही है, तो वहीं बागवानी मंत्री जगत नेगी ने पलटवार करते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से पूछा कि जब वह प्रदेश के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने अच्छे होटलों को लीज पर किसे दिया? इसके बारे में उन्हें पहले हिसाब देना चाहिए। उसके बाद वह सरकार से सवाल करें तो अच्छा होगा।
जगत नेगी ने आगे कहा कि प्रदेश में एचपीटीडीसी के जितने भी होटल हैं, पिछली सरकार के समय एडीबी प्रोजेक्ट के तहत बनाए गए थे और यह सब प्राइम प्रॉपर्टी थी, जिन्हें जयराम सरकार ने कम दामों पर लीज पर दे दिया, जिससे काफी बड़ा नुकसान प्रदेश को हुआ। प्रदेश में जहां 18 होटल को हाईकोर्ट ने बंद करने के आदेश दिए हैं, इन आदेशों के बारे में गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि इसमें कानूनी सहायता ली जा रही है। इसमें ज्यादातर होटल प्राइम लोकेशन पर हैं। किसी होटल की 40% ऑक्यूपेंसी हो रही है। लेकिन, 100% ऑक्यूपेंसी पूरे साल में नहीं होती। हिमाचल में विंटर टूरिज्म अलग है और समर टूरिज्म अलग। मेरा मानना है कि सीजन में कम और ज्यादा होटल की बुकिंग होती रहती है।
उन्होंने कहा कि यह होटल ऐसे समय बने जब हिमाचल प्रदेश में टूरिज्म को बढ़ावा देने की जरूरत थी। इन होटल का बहुत ज्यादा योगदान रहा, उन क्षेत्रों में जहां पर होटल नहीं थे। इससे उन क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिला। होटलों में जहां कोई कमी होगी, उसे दूर किया जाएगा और इन्हें बढ़िया तरीके से चलाने की जरुरत है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हिमाचल को आर्थिक रूप से कंगाल देखना चाहते हैं। लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को गिराने की लगातार साजिश रची जा रही है। प्रदेश में भाजपा का ऑपरेशन लोटस फेल हुआ है। इसके बावजूद वो सरकार गिराने में लगे हैं। केंद्र ने हिमाचल प्रदेश को आर्थिक सहायता देना बंद कर दिया है।
–आईएएनएस
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