सियोल, 15 नवंबर (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ताए-युल और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पेरू में एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग बैठक के दौरान मुलाकात की। दोनो देशों के विदेश मंत्रियों ने इस बैठक में द्विपक्षीय संबंधों से लेकर रूस में उत्तर कोरिया की सेना भेजने तक कई मुद्दों पर चर्चा की। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार (स्थानीय समय) को लीमा में आयोजित बैठक में दोनों पक्षों ने उत्तर कोरिया और रूस के बीच बढ़ते सैन्य सहयोग पर चिंता व्यक्त की।
समाचार एजेंसी योनहाप की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने इस मुद्दे पर निकट सहयोग करने पर सहमति व्यक्त की। कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि रूस इस तैनाती के बदले में उत्तर कोरिया को सैन्य सहायता प्रदान करेगा।
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने इस बात पर जोर दिया कि दक्षिण कोरिया-अमेरिका गठबंधन की प्रमुख उपलब्धियां संभवतः नए प्रशासन को सुचारू रूप से सौंप दी जाएंगी।
यह नवीनतम बैठक चो और ब्लिंकन की पिछले महीने के अंत में वाशिंगटन, डी.सी. में हुई ‘टू प्लस टू’ बैठक के दो सप्ताह बाद हुई, जिसमें दोनों देशों के रक्षा प्रमुख शामिल हुए थे।
बता दें सोल और वाशिंगटन दोनों का दावा है कि रूस के पश्चिमी सीमावर्ती कुर्स्क क्षेत्र में तैनात उत्तर कोरियाई सैनिकों ने यूक्रेनी सेना के खिलाफ लड़ाई शुरू कर दी है।
साउथ कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने कहा कि यूक्रेन युद्ध में रूस के समर्थन में उत्तर कोरिया की भागीदारी अगर जारी रहती है तो कीव को अधिक समर्थन देने के लिए सोल तैयार है।
यूं ने स्पेनिश समाचार एजेंसी ईएफई के साथ एक लिखित इंटरव्यू में यह टिप्पणी की।
यूं ने अपने इंटरव्यू में कहा, ‘यदि वे दोनों अपने खतरनाक सैन्य अभियान को नहीं रोकते हैं, तो हम अपने सहयोगियों और समान विचारधारा वाले देशों के सहयोग से यूक्रेन के लिए समर्थन को मजबूत करने सहित उचित प्रभावी उपायों को लागू करने के लिए तैयार हैं।’
-आईएएनएस
पीएसएम/एमके