Tuesday, February 4, 2025

योट्टा ने भारत का पहला सॉवरेन बी2सी एआई चैटबॉट ‘माईशक्ति’ किया लॉन्च


मुंबई, 4 फरवरी (आईएएनएस)। ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा देने और घरेलू एआई मॉडल बनाने के लिए योट्टा डेटा सर्विसेज ने भारत का पहला सॉवरेन बी2सी जनरेटिव एआई चैटबॉट पेश किया है।

डीपसीक के ओपन-सोर्स एआई मॉडल का उपयोग करके निर्मित ‘माईशक्ति’ पूरी तरह से भारतीय सर्वरों पर पूर्ण डेटा सुरक्षा और संप्रभुता के साथ काम करती है।

यह लॉन्च केंद्रीय रेल और इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा हाल ही में साझा किए गए विचार के अनुरूप है, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत अगले छह महीने में सस्ती लागत पर अपना सुरक्षित और स्वदेशी एआई मॉडल लॉन्च कर सकता है।

‘माईशक्ति’ एक पूरी तरह से आत्मनिर्भर एआई चैटबॉट है, जो देश में स्थित सर्वरों पर सभी ओपन-सोर्स और पार्टनर डेटा को प्रोसेस करता है।

योट्टा की एक टीम ने सिर्फ चार दिनों में ‘माईशक्ति’ का विकास किया और अपने एनएम1 डेटा सेंटर इन्फ्रास्ट्रक्चर पर डीपसीक मॉडल को स्थापित किया।

यह चैटबॉट एच100 जीपीयू के 16 नोड्स वाले उन्नत सेटअप पर काम करता है, जिसमें कुल 128 एच100 जीपीयू होते हैं, जो इसे एक शक्तिशाली और प्रभावी एआई टूल बनाता है।

वर्तमान में जनरेटिव एआई चैटबॉट एक वेब ऐप पर बीटा संस्करण में उपलब्ध है और ‘माईशक्ति’ का उपयोग मुफ्त है।

हीरानंदानी ग्रुप के सीईओ और योट्टा डेटा सर्विसेज के अध्यक्ष और सह-संस्थापक दर्शन हीरानंदानी ने कहा, “माईशक्ति के साथ हम भारत को एआई में आत्मनिर्भर बनाने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि भारतीय सीमाओं में डीपसीक का इस्‍तेमाल करने का निर्णय यह सुनिश्चित करता है कि हमारे देश का अपने एआई बुनियादी ढांचे पर पूरी तरह नियंत्रण है।

योट्टा डेटा सर्विसेज के सह-संस्थापक, सीईओ और एमडी सुनील गुप्ता ने कहा कि कंपनी ने हमेशा भारत में एआई के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और ‘माईशक्ति’ के तेजी से विकास के साथ, “हम हर भारतीय के लिए अत्याधुनिक एआई को सुलभ, सुरक्षित और स्केलेबल बनाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत कर रहे हैं।”

मंत्री वैष्णव के अनुसार, भारतीय एआई मॉडल एक जरूरी कदम है, क्योंकि यह आने वाले समय में देश को नैतिक एआई समाधानों के साथ एक भरोसेमंद तकनीकी महाशक्ति के रूप में उभरने में मदद करेगा।

केंद्रीय मंत्री ने पहले घोषणा की थी कि देश एक एआई सुरक्षा संस्थान बना रहा है, जिसमें तकनीकी और कानूनी दृष्टिकोण अपनाए जाएंगे, क्योंकि एआई मॉडल की सुरक्षा और नैतिक रूप से तैनाती भारत के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।

पिछले डेढ़ साल से भारत अपने एआई मॉडल को समर्थन देने के लिए एक मजबूत एआई पारिस्थितिकी तंत्र तैयार कर रहा है।

–आईएएनएस

एसएचके/सीबीटी


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