अबुजा, 18 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाइजीरिया के राष्ट्रपति को सिलोफर पंचामृत कलश (बर्तन) भेंट किया है। यह कोल्हापुर, महाराष्ट्र की पारंपरिक शिल्पकला का एक अद्भुत उदाहरण है।
सिलोफर पंचामृत कलश हाई क्वालिटी चांदी से बना है, जिसे कौशल और सटीकता के साथ आकार दिया गया है। इसमें कोल्हापुर के प्रसिद्ध धातुकर्म की विशिष्ट सुंदर नक्काशी है, जिसमें अक्सर पुष्प पैटर्न, देवता और पारंपरिक कोल्हापुर डिजाइन शामिल होते हैं।
कलश के हैंडल और ढक्कन को धार्मिक समारोहों के दौरान उपयोग में आसानी प्रदान करने के लिए तैयार किया गया है, जहां पंचामृत – दूध, दही, घी, शहद और चीनी का एक पवित्र मिश्रण – परोसा जाता है।
इस बीच पीएम मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए सोमवार को ब्राजील के रियो डी जेनेरियो पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री रविवार शाम को जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए नाइजीरिया से ब्राजील के लिए रवाना हुए थे।
पीएम मोदी और नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू ने वैश्विक दक्षिण की विकास आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए मिलकर काम करने और साथ ही, भारत-नाइजीरिया रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।
दोनों नेताओं ने अबुजा के एसो रॉक विला में एक प्रतिबंधित बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। एसो रॉक विला नाइजीरियाई राष्ट्रपति पद के कार्यालय और निवास है।
नाइजीरिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर (सीजीओएन) का राष्ट्रीय सम्मान भी प्रदान किया।
नाइजीरिया में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि वैश्विक साझा भलाई के लिए प्रयास करते हुए भी भारतीय अपने मूल्यों को कभी नहीं भूलते।
नाइजीरिया में 60-000 की संख्या में भारतीय प्रवासी समुदाय पश्चिमी अफ्रीका में सबसे बड़ा है।
–आईएएनएस
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