सेंट-डेनिस, 15 नवंबर (आईएएनएस)। रियल मैड्रिड के फारवर्ड किलियन एम्बाप्पे लगातार दूसरे अंतरराष्ट्रीय ब्रेक के लिए फ्रांसीसी राष्ट्रीय टीम का हिस्सा नहीं होने के बावजूद, अभी भी चर्चा का विषय बने हुए हैं।
हेड कोच डिडिएर डेसचैम्प्स ने खुलासा किया कि उनका मानना है कि ‘शारीरिक और मनोवैज्ञानिक’ तत्व स्ट्राइकर के खराब दौर का कारण है।
डेसचैम्प्स ने ब्रॉडकास्टर टीएफ1 से कहा, “यह सच है कि वह मुश्किल स्थिति में हैं। जाहिर है, वह ऐसे दौर से गुजर रहे हैं जो उनके करियर का सबसे सुखद दौर नहीं है। वह आना चाहते थे, मुझे लगता है कि इस समय उनके लिए नहीं चुना जाना बेहतर है। हर कोई मुश्किल दौर से गुजर सकता है। इसमें एक शारीरिक और एक मनोवैज्ञानिक पहलू होता है।”
25 वर्षीय खिलाड़ी घुटने की चोट के कारण फ्रांस के पिछले अंतरराष्ट्रीय मैच से चूक गए थे और उन्हें इजराइल और इटली के खिलाफ मैचों के लिए नहीं बुलाया गया था। उन्होंने जून के बाद से लेस ब्लेस के लिए कोई गोल नहीं किया है।
फ्रांस ने इजराइल के खिलाफ गोल रहित ड्रॉ खेला, जिस रात राष्ट्र ने कोविड-19 महामारी के बाहर अपनी सबसे कम उपस्थिति (16,611) दर्ज की, लेकिन यूएफा नेशंस लीग के अगले दौर के लिए योग्यता हासिल की। फ्रांस और इटली के बीच का मैच संभावित रूप से यह तय करेगा कि लीग ए ग्रुप 2 में कौन शीर्ष स्थान हासिल करेगा।
डेसचैम्प्स ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा था, “हमने जो प्रदर्शन किया, उससे मैं संतुष्ट नहीं हो सकता। हमें जीतना चाहिए था। हम बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम हैं। हम एक ऐसे प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ और बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे जो बहुत ही कॉम्पैक्ट था। हमारे पास जीतने के मौके थे, लेकिन हम उतने कुशल नहीं थे। दूसरे हाफ में बहुत ज्यादा ऊर्जा थी, लेकिन हम फिर भी गोल नहीं कर सके।”
–आईएएनएस
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