ओटावा, 23 सितंबर (आईएएनएस)। कनाडा में अमेरिकी राजदूत डेविड कोहेन ने कहा है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का भारत के खिलाफ आरोप “फाइव आईज भागीदारों के बीच साझा खुफिया जानकारी” पर आधारित था।
कोहेन ने सीटीवी को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, “फाइव आईज़ भागीदारों के बीच साझा खुफिया जानकारी थी जिसने कनाडा को प्रधानमंत्री ट्रूडो द्वारा दिए गए बयान देने में मदद की।”
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कनाडाई सरकार ने कनाडा में मौजूद भारतीय राजनयिकों सहित भारतीय अधिकारियों से जुड़ी “मानवीय और सिग्नल खुफिया जानकारी” एकत्र की है, जो उन्हें हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जोड़ रही है।
सार्वजनिक प्रसारक कैनेडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (सीबीसी) ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया, “निज्जर की मौत की एक महीने की जांच के आधार पर, कनाडाई सरकार ने मानव और सिग्नल दोनों तरह की खुफिया जानकारी एकत्र की थी, जिसमें कनाडा में मौजूद भारतीय राजनयिकों सहित भारतीय अधिकारियों से जुड़े संचार भी शामिल थे।”
सीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ खुफिया जानकारी फाइव आईज खुफिया गठबंधन में एक अनाम सहयोगी द्वारा प्रदान की गई थी। फाइव आईज में अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड शामिल हैं।
जून में ब्रिटिश कोलंबिया में मारे गए कनाडाई नागरिक और सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय खुफिया और राज्य की संलिप्तता के कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोप पर भारत और कनाडा एक राजनयिक विवाद में उलझ गए हैं। निज्जर को 2020 में भारत द्वारा नामित आतंकवादी घोषित किया गया था।
भारत ने कनाडा सरकार के दावों को “बेतुका और प्रेरित” बताते हुए खारिज कर दिया था।
दोनों देशों ने वरिष्ठ राजनयिकों के निष्कासन की घोषणा की और यात्रा मशविरा जारी किया।
निज्जर की 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
–आईएएनएस
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