गया, 15 नवंबर (आईएएनएस)। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बिहार के गया स्थित विश्व प्रसिद्ध ‘विष्णुपद मंदिर’ में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। ‘श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति’ के सदस्य मणिलाल बारीक ने आईएएनएस से बातचीत में कार्तिक पूर्णिमा के दिन दर्शन का खास महत्व बताया।
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर गया के फल्गु नदी में श्रद्धालु पवित्र स्नान कर रहे हैं। भगवान भास्कर को जल अर्पण करने के बाद विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में दर्शन और तुलसी के पत्ते चढ़ा रहे हैं।
भक्तों की अधिक संख्या को देखते हुए मंदिर की प्रबंधक समिति द्वारा स्वयं सेवकों और जिला प्रशासन की ओर से पुलिस बल तैनात किया गया है, जिससे भीड़ को नियंत्रित किया जा सके। श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो, अधिक भीड़ के कारण कोई अप्रिय घटना न घटे, इसको लेकर मंदिर प्रबंधन की ओर से विष्णुपद मंदिर में एक गेट से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है, वहीं दूसरी गेट से उनके निकलने का प्रबंध किया गया है।
‘विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति’ के सदस्य मणिलाल बारिक ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर श्रद्धालु, मगध क्षेत्र से हजारों की संख्या में मंदिर में दर्शन-पूजन करने पहुंच रहे हैं। आज के दिन भगवान विष्णु का दर्शन और तुलसी चढ़ाने से पूरे कार्तिक माह का फल मिलता है।
उन्होंने बताया कि भगवान विष्णु का दर्शन पूजा अर्चना करने से फल की प्राप्ति होती है। पूरे मगध क्षेत्र से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे हैं, ये सिलसिला रात 12 बजे तक चलता रहेगा। शाम में फल्गु महोत्सव होगा, जिसमें महाआरती होगी और बाहर के कलाकार भक्ति कार्यक्रम में शामिल होंगे।
मणिलाल बारिक ने कहा, कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर करीब 50,000 की संख्या में श्रद्धालु आते रहे हैं। उनकी व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से की गई है। आने-जाने की उचित व्यवस्था की गई है और पंक्तिबद्ध श्रद्धालुओं को शांतिपूर्ण ढंग से दर्शन-पूजन कराया जा रहा है।
उन्होंने आगे बताया कि जिन्होंने पूरी कार्तिक दर्शन नहीं किया हो, अगर वो आज कार्तिक पूर्णिमा के दिन दर्शन-पूजन कर लें, तो उसको एक महीने का पुण्य प्राप्त होता है। ऐसे में आज के दिन फल्गु नदी में स्नान करना और भगवान का दर्शन करना बहुत उत्तम माना जाता है। देश में कहीं भी मां गंगा का स्नान करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
–आईएएनएस
एससीएच/केआर